10 मई 1857 भारत की आज़ादी के लिए पहली क्रांति का पहला दिन | क्रांतिकारियों ने अंग्रेजो को भारत से
खदेड़ने के लिए अपना जीवन दाव  पर लगा दिया |  उनका लक्ष था, भारत को आज़ाद करना |  एक स्वतंत्र राष्ट्र का
सपना, उनका अपना था | हजारो - हज़ार युवाओ ने अपने प्राण दे दिए इस एक सपने के लिए |
आज उनके सपनो के भारत को भ्रष्टाचारी लूट रहे है...
आइये हम 10 मई 2011 को उन अमर क्रांतिकारियों की याद में भ्रष्टाचार के खिलाफ एक नया स्वतंत्रता संग्राम
करे | मेरे साथ भारतीय जनता युवा मोर्चा द्वारा  आयोजित दौड़ में सहभागी बने |
दिनांक 10 मई 2011 दशेहरा मैदान, इंदौर से लालबाग पैलेस, इंदौर तक..
प्रातः ७ बजे.....
इंदौर के अलावा भोपाल, ग्वालियर और जबलपुर में भी दौड़ का आयोजन किया जा रहा है.....
इंदौर - दशहेरा मैदान से लालबाग पैलेस तक....
भोपाल - 74 बंगले से महाराणा प्रताप चौराहे तक....
ग्वालियर - महाराजवाड़े से रानी लक्ष्मीबाई समाधी स्थल तक...
जबलपुर - मालवी चौक से बड़े फव्वारे, कमानिया तक ...
अवश्य सहभागी बने.....
आपका
जीतू जिराती

 
jitu bhiya lage raho...er. vinod kailodiya from echhwar
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ReplyDeleteNamaskar Jituji,
ReplyDeleteabhi akhilesh khandelwal, BJYM karyakarni member ne ye Hoshangabad group me comment dala hai -
Akhilesh Khandelwal: karyakartao ko to condom jaise istemaal karte he neta...............
aise ashleel comments open website per kya BJP ki image ka batta nahi baitha rahe. PLEASE akhilesh ji ko samjhayn ki wo facebbok per theek bhasha ka prayog kare.
dhanyawaad,
ashish